Friday 21 March 2014

Gas agencies encroaching the roads of city


रोड को बना दिया गोदाम KANPUR : एलपीजी गैस सिलेंडर में घटतौली और सप्लाई के नाम पर एजेंसी ओनर्स मनमानी तो करते ही हैं, वो गोदामों के बजाए पार्को, फुटपाथों, सड़कों और पब्लिक प्लेसेज पर खुले में गैस डिस्ट्रीब्यूशन करके सुरक्षा नियमों व मानकों की धज्जियां भी उड़ाते हैं. गैस कंपनियों के मानक के मुताबिक गैस एजेंसी ओनर को अपने गोदाम से ही पब्लिक को सिलेंडर देने चाहिए. लेकिन हो रहा है इसका उल्टा. सवाल ये है कि हादसा होने पर जिम्मेदार कौन होगा?

रोड पर लगती है लाइनें

यशोदा नगर स्थित बजरंग गैस एजेंसी की कंज्यूमर सुनीता का कहना है कि वो हमेशा एजेंसी के ऑफिस के पास स्थित रोड से सिलेंडर लेती हैं. वो कहती हैं कि गैस बुक कराने के एक महीने बाद भी सिलेंडर घर नहीं आता है तो एजेंसी के ऑफिस जाना पड़ता है. यहां लाइन लगाकर रोड पर सिलेंडर बांटा जाता है. वहीं सचान गैस एजेंसी के कंज्यूमर प्रदीप द्विवेदी का कहना है कि उनकी एजेंसी वाले सेंटर पार्क के पीछे वाली रोड पर सिलेंडर बांटते हैं. रोड पर ट्रक खड़ाकर एजेंसी वाले सिलेंडर बांटते हैं. इस वजह से रोड पर लंबी लाइन लग जाती है. रोड पर दोनों ओर ट्रैफिक चलता रहता है जिससे कभी भी हादसा हो सकता है. ऐसे में जिम्मेदारी किसकी होगी? पुष्पा गैस एजेंसी वाले बृजेंद्र स्वरूप पार्क में गैस बांटते हैं. अब ऐसे में सवाल है कि जब गोदाम है तो फिर इधर-उधर से बिना किसी सुरक्षा के गैस क्यों बांटते हैं? अगर कोई हादसा हो गया तो क्या होगा? रोड पर चलते वक्त या पार्क में अक्सर लोग सिगरेट पीने के बाद फेंक देते हैं. कई बार ये बुझती भी नहीं है. एलपीजी ज्वलनशील होती है जरा सी चिंगारी भी खतरनाक है.

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सचान गैस एजेंसी वाला सेंट्रल पार्क के पीछे वाली रोड पर एलपीजी सिलेंडर बांटता है. कंज्यूमर्स ने कई बार शिकायत की लेकिन किसी पर कोई फर्क नहीं पड़ता है.

-मोहित शुक्ला

मंधना में इंडियन ऑयल और भारत गैस की कई एजेंसीज हैं. जिनके लोग रोड पर एलपीजी सिलेंडर बांटते हैं. वहां के लोगों ने कई बार शिकायत की लेकिन किसी ने नहीं सुनी.

नीलेश पाल

मैं कानपुर गैस एंड एलाइड एजेंसी का कंज्यूमर हूं. एजेंसी वाले कमला नगर स्थित रोड पर सिलेंडर बांटते हैं. क्या करें जब होम डिलीवरी नहीं होगी तो लाइन लगाने जाना ही पड़ेगा.

राजेश तोमर

मेरी गैस एजेंसी वाला भी रोड पर एलपीजी सिलेंडर बांटता है. ट्रैफिक चलता रहता है ऐसे में अगर कोई हादसा हो जाएगा तो फिर कौन जिम्मेदार होगा.

सुमित अवस्थी

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रोड पर एलपीजी सिलेंडर बांटना पूरी तरह गैर कानूनी है. कई एजेंसी वालों का गोदाम शहर से काफी दूर है. इस वजह से वो लोग ऐसा करते हैं. जहां तक गोदाम की बात है तो जब तक गोदाम की डिटेल्स कंपनी के पास नहीं दी जाती है. तब तक एजेंसी ही नहीं मिलती है. हम लोग समय-समय पर एजेंसी ओनर्स को ये बताते हैं कि वो नियम के विरूद्ध कार्य न करें.

-भारतीश मिश्रा, महामंत्री, यूपी गैस वितरक संघ

Parivahan nigam to implement smart plan plan for commuters


अब खाली जेब भी करिए रोडवेज में सफरKanpur. सिटी में मेट्रो ट्रेन भले ही अभी दूर की बात हो लेकिन रोडवेज बसों का सफर जरूर मेट्रो की तरह स्मार्ट होने जा रहा है. यूपी रोडवेज की बसों में सफर के लिए अब आपको जेब में रुपए रखने की जरूरत नहीं होगी. जेब कटने का झंझट भी खत्म हो जाएगा. क्योंकि रोडवेज अपने पैसेंजर्स को स्मार्ट कार्ड से लैस करने की तैयारी कर रहा है. ये स्मार्ट कार्ड मल्टी परपज होगा. इससे वे सफर व परचेजिंग दोनों कर सकेंगे. यूपी रोडवेज इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम के तहत ये प्रोग्राम बनाया गया है. ये कार्ड बसों में डेली ट्रैवल करने वाले पैसेंजर्स के लिए काफी उपयोगी होगा.

क्या है स्मार्ट कार्ड

यूपी रोडवेज इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम यानी कि आईटीएमएस के तहत स्मार्ट कार्ड बनाए जा रहे हैं. इसमें पैसेंजर्स को एक स्मार्ट कार्ड मिलेगा. बस में ट्रैवल करते समय ये कार्ड कंडक्टर को देना होगा. कंडक्टर अपनी ईटीएम मशीन में इसे स्वैप कर चार्ज वसूल लेगा. इस कार्ड पर एमएसटी की सुविधा भी मिलेगी. कार्ड होल्डर्स को फेयर में डिस्काउंट भी दिया जाएगा. कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना होगा, जिसकी फीस भ्0 रुपए है. आईटीएमएस की वेबसाइट पर कार्ड की सारी इंफॉर्मेशन उपलब्ध है.

ट्राइमैक्स कंपनी से हुआ करार

आईटीएमएस ने इस स्मार्ट कार्ड के लिए दिल्ली की ट्राइमैक्स कंपनी से करार किया है. कंपनी इस कार्ड का गुजरात में ट्रायल कर चुकी है. पूर्व में भी कई बसों में जीपीआरएस सिस्टम लागू किया जा चुका है. यूपी रोडवेज विभाग बस पैसेंजर्स को मेट्रो की तर्ज पर इन स्मार्ट कार्ड से लैस करेगी.

क्रेडिट कार्ड का भी मजा

आईटीएमएस के इस स्मार्ट कार्ड से पैसेंजर्स को क्रेडिट कार्ड का भी मजा मिलेगा. विभाग ने इसके लिए आईसीआईसीआई बैंक से टाईअप किया है. इस कार्ड के जरिए लोग दिल खोलकर शॉपिंग भी कर सकेंगे.

कंडक्टर्स को मिलेगी ट्रेनिंग

स्मार्ट कार्ड का यूज कैसे करना है, इसके लिए ट्राइमैक्स कंपनी रोडवेज विभाग के कंडक्टरों को ट्रेनिंग देगी. जिससे वो सिस्टम के टेक्निकल प्वाइंट्स को जान सकें. पहले चरण में स्मार्ड कार्ड योजना यूपी के भ् जिलों में अप्रैल के फ‌र्स्ट वीक से शुरूहोगी. कानपुर में ये योजना दूसरे चरण में अक्टूबर से लागू होगी.

स्मार्ट कार्ड के फायदे

- इस कार्ड का यूज एमएसटी, ई वॉलेट व कंसेशन पास के तौर पर होगा.

- इसका यूज प्रीपेड या फिर डेबिट कार्ड के रूप में भी कर सकते हैं.

- एमएसटी पास में एक माह में म्0 ट्रिप कर सकते हैं. लेकिन किराया फ्म् ट्रिप का ही लिया जाएगा.

- ई वॉलेट में भ्00 से ख्भ्00 रुपये तक के स्मार्ट कार्ड इश्यू होंगे.

- बैलेंस खत्म होने पर टॉपअप भी करा सकते हैं.

मिलेगा क्भ् परसेंट तक डिस्काउंट

स्मार्ट कार्ड होल्डर पैसेंजर्स को ट्रैवलिंग में क्भ् परसेंट तक डिस्काउंट मिलेगा. हर रूट के पैसेंजर्स पर ये रूल फॉलो होगा. पैसेंजर्स को जेब में पैसा रखने की प्रॉब्लम से निजात मिलेगी. बसों में आए दिन जेब कटने की होने वाली घटनाओं को देखते हुए ये कार्ड काफी उपयोगी होगा.

बसों की सिटी में स्थिति

सिटी में बसें भ्8ब्

आने-जाने वाली कुल बसें क्क्00

कुल पैसेंजर्स भ्0000

डेली ट्रैवलिंग के पैसेंजर्स

लखनऊ रूट 7000

दिल्ली रूट 9000

बांदा रूट क्000

इलाहाबाद रूट ख्000

वर्जन:

स्मार्ट कार्ड योजना लखनऊ में ट्रायल पर चल रही है. इस पर तेजी से काम हो रहा है. कानपुर में इस योजना के आने में करीब म् माह लग जाएंगे.

- राजीव चौहान, आरएम

Escalator at rail station injures one


एस्कलेटर पर युवक घायल, ट्रैक पर महिलासेंट्रल स्टेशन पर गुरुवार शाम को एस्कलेटर में हाथ फंसने से युवक लहुलूहान हो गया. बर्रा-5 निवासी प्रेमनारायण सिटी साइड स्थित एस्कलेटर से प्लेटफार्म पर जा रहे थे तभी संतुलन बिगड़ने से उसका हाथ एस्कलेटर की सीढि़यों में फंस गया. आनन फानन में उसे उर्सला भिजवाया गया. जहां उसके अंगुलियां काटनी पड़ी. वहीं बुधवार देर रात प्लेटफार्म-9 पर ट्रैक पार करते समय रायबरेली की राधा यादव ट्रेन की चपेट में आ गई जिससे उनका एक पैर कट गया.

Source: Kanpur News

Boy injured in accident dies in hospital

गोविन्दनगर में रोड एक्सीडेंट में घायल अभिषेक वर्मा की थर्सडे को मौत हो गई. वह डी ब्लाक निवासी राजेश वर्मा का बेटा था. वह वेडनेसडे को घर से हेयर कटिंग कराने के लिए सेलून जा रहा था. तभी रास्ते में अज्ञात वाहन ने बाइक में पीछे से टक्कर मार दी थी. जिसे देख राहगीरों ने उसको नर्सिग होम में एडमिट कराया था. जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई.

Source: Kanpur News in Hindi